यह प्रवचन श्री ईशोपनिषद की भूमिका पर दिया गया है| Download You may also like...भागवतम 11.20.34 : निष्काम भक्तिApril 22, 2018भागवतम 11.20.27-28 : भगवान का प्यार, गुरु की फटकारApril 21, 2018भागवतम 11.2.34 : भागवत धर्म – सरल, सुखपूर्वक और सभी के लिएApril 19, 2018भागवतम 11.11.18 : चिंता से चिन्तनApril 18, 2018